यह बदलाव आपकी रोजमर्रा की बैंकिंग गतिविधियों जैसे कि ATM से नकद निकासी, चेक का उपयोग और UPI ट्रांजेक्शन को प्रभावित करेंगे। चाहे आप छात्र हों, वेतनभोगी कर्मचारी, व्यवसायी या वरिष्ठ नागरिक — ये नए नियम आपकी बैंकिंग आदतों में बदलाव लाएंगे। आइए जानते हैं कि भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और वाणिज्यिक बैंकों द्वारा घोषित ये बदलाव क्या हैं और ये आपके ऊपर किस तरह का असर डालेंगे।
1. बदलाव की मुख्य बातें
- ATM निकासी की दैनिक सीमा में कटौती
- चेक क्लियरेंस के लिए अनिवार्य वेरिफिकेशन
- UPI ट्रांजेक्शन की सीमा घटाई गई
- ग्राहकों को SMS, ईमेल और ऐप के ज़रिए दी जाएगी जानकारी
- नए नियमों के उल्लंघन पर लगेगा जुर्माना
2. बदलाव क्यों किए जा रहे हैं?
बढ़ते डिजिटल फ्रॉड, चेक से जुड़े धोखाधड़ी और ATM से अनाधिकृत ट्रांजेक्शन के मामलों को रोकने के लिए बैंक और RBI ने यह नियम बदले हैं। इसका मकसद ग्राहकों की सुरक्षा बढ़ाना और कैशलेस सिस्टम को प्रमोट करना है।
3. नए ATM ट्रांजेक्शन लिमिट्स
अकाउंट टाइप | वर्तमान सीमा | नई सीमा | फ्री ट्रांजेक्शन / माह |
---|---|---|---|
रेगुलर सेविंग्स अकाउंट | ₹40,000 | ₹25,000 | 5 |
प्रीमियम सेविंग्स अकाउंट | ₹1,00,000 | ₹75,000 | 8 |
करंट अकाउंट | ₹2,00,000 | ₹1,50,000 | 10 |
जनधन अकाउंट | ₹10,000 | ₹5,000 | 3 |
वरिष्ठ नागरिक अकाउंट | ₹50,000 | ₹30,000 | 5 |
स्टूडेंट अकाउंट | ₹15,000 | ₹10,000 | 4 |
ग्रामीण खाता धारक | ₹25,000 | ₹15,000 | 5 |
NRI अकाउंट | ₹75,000 | ₹50,000 | 6 |
4. चेक क्लियरेंस के नए नियम
चेक राशि | मौजूदा नियम | नया नियम (30 मई से) |
---|---|---|
₹50,000 से कम | बिना वेरिफिकेशन क्लियर | कोई बदलाव नहीं |
₹50,000 – ₹2 लाख | वैकल्पिक PPS | अनिवार्य Positive Pay System |
₹2 लाख से अधिक | PPS + OTP अनिवार्य | PPS + मोबाइल वेरिफिकेशन अनिवार्य |
बिज़नेस चेक | मैनेजर अप्रूवल | मल्टी-लेवल वेरिफिकेशन |
चेक बाउंस पेनाल्टी | ₹150 – ₹750 | ₹500 – ₹1500 |
5. UPI लिमिट में बदलाव
यूज़र टाइप | वर्तमान दैनिक सीमा | नई सीमा | प्रति ट्रांजेक्शन अधिकतम |
---|---|---|---|
सामान्य यूज़र | ₹1,00,000 | ₹75,000 | ₹25,000 |
वेरिफाइड मर्चेंट्स | ₹2,00,000 | ₹1,50,000 | ₹50,000 |
बिज़नेस अकाउंट्स | ₹5,00,000 | ₹3,00,000 | ₹1,00,000 |
UPI लाइट (नए यूज़र) | ₹2,000 | ₹1,000 | ₹500 |
सरकारी ट्रांजेक्शन | ₹2,00,000 | ₹1,50,000 | ₹25,000 |
6. ग्राहक को कैसे मिलेगी जानकारी?
- SMS द्वारा पंजीकृत मोबाइल नंबर पर
- ईमेल द्वारा FAQs और दिशा-निर्देश
- मोबाइल ऐप में नोटिफिकेशन
- बैंक ब्रांच और ATM पर पोस्टर
7. अब ग्राहकों को क्या करना चाहिए?
- अपनी निकासी और UPI आदतों की समीक्षा करें
- मोबाइल नंबर अपडेट करें
- बिना वेरिफिकेशन के हाई-वैल्यू चेक जारी न करें
- बैंक ऐप्स के ज़रिए ट्रांजेक्शन लिमिट्स ट्रैक करें
- नए चार्जेस या बदलाव के लिए कस्टमर सपोर्ट से संपर्क करें
8. इन बदलावों का आम जीवन और व्यापार पर असर
छोटे व्यापार और रोज़ाना हाई-वैल्यू ट्रांजेक्शन करने वाले ग्राहक इन सीमाओं से प्रभावित हो सकते हैं। उन्हें अब NEFT/RTGS या नेट बैंकिंग जैसे विकल्पों का इस्तेमाल करना होगा। ग्राहक सतर्क रहें और बदलावों के अनुसार तैयारी करें ताकि परेशानी न हो।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1. क्या ATM से निकासी पर चार्ज भी बदलेगा?
फिलहाल चार्ज की सीमा में बदलाव की कोई जानकारी नहीं है, लेकिन फ्री ट्रांजेक्शन लिमिट घट सकती है।
Q2. क्या यह नियम सभी बैंकों पर लागू होंगे?
हां, सभी सरकारी, प्राइवेट और कोऑपरेटिव बैंकों पर ये नियम लागू होंगे।
Q3. PPS क्या होता है?
Positive Pay System एक वेरिफिकेशन प्रक्रिया है, जिसमें चेक जारी करने वाले को चेक की डिटेल्स बैंक को पहले से भेजनी होती है।
Q4. अगर UPI ट्रांजेक्शन फेल हो जाए तो क्या करें?
ऐसे में बैंक की कस्टमर सपोर्ट हेल्पलाइन पर संपर्क करें और ऐप में फेल ट्रांजेक्शन की डिटेल्स चेक करें।

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